हर साल जब गुलमोहर फूलता है….. मन हर्षित होता है मेरा. ना जाने क्या बात है …की मन आकर्षित होता है मेरा. कुछ तो रिश्ता सा लगता है …. गुलमोहर मुझे बहुत अपना सा लगता है!!!!
चिलचिलाती गर्मी में जो सूरज की तरह चमके …वो गुलमोहर जब सब मुरझायें तब खिलने की आस जगाये.. वो गुलमोहर !!
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